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अहमदाबाद क्रिकेट मैच में अंगदान संकल्प: एक ऐतिहासिक पहल

दिनांक 12 फरवरी 2025 को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में भारत और इंग्लैंड के बीच तीसरे एकदिवसीय क्रिकेट मैच के दौरान एक अनूठी और प्रेरणादायक पहल ने लाखों लोगों का ध्यान आकर्षित किया। "Donate Organs, Save Lives" अभियान के तहत, भारतीय और इंग्लिश क्रिकेटरों ने अंगदान के प्रति जागरूकता बढ़ाने और संकल्प लेने की मुहिम को समर्थन दिया। यह अभियान भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद द्वारा शुरू किया गया था, जिसका नेतृत्व आईसीसी चेयरमैन जय शाह ने किया।

यह अभियान नरेंद्र मोदी स्टेडियम में भारत-इंग्लैंड तीसरे दिन शुरू हुआ, जो न केवल खेल के लिए, बल्कि सामाजिक जागरूकता के लिए भी यादगार बन गया। इस दिन, दोनों टीमों के खिलाड़ियों ने हरी पट्टियां पहनीं, जो अंगदान के प्रति प्रतिबद्धता और जागरूकता का प्रतीक थीं। आईसीसी और बीसीसीआई ने इस अवसर का उपयोग लाखों क्रिकेट प्रशंसकों तक अंगदान का संदेश पहुँचाने के लिए किया, क्योंकि यह मैच भारत में सबसे बड़े खेल आयोजनों में से एक था।

खिलाड़ियों की प्रेरक भूमिका

भारतीय और विदेशी क्रिकेटरों ने इस अभियान को न केवल समर्थन दिया, बल्कि अपने प्रभाव का उपयोग लोगों को अंगदान के लिए प्रेरित करने में भी किया। भारतीय टीम के प्रमुख खिलाड़ियों—विराट कोहली, रोहित शर्मा, शुभमन गिल, केएल राहुल, श्रेयस अय्यर, हार्दिक पांड्या, रवींद्र जडेजा, अक्षर पटेल, अर्शदीप सिंह, रिषभ पंत, वाशिंगटन सुंदर, और वरुण चक्रवर्ती—ने एक वीडियो संदेश के माध्यम से प्रशंसकों से अंगदान का संकल्प लेने की अपील की। उनके कुछ प्रेरक उद्धरण इस प्रकार थे:

विराट कोहली: "अपने अंगों से आप दूसरों को जीवन दे सकते हैं। दान के लिए पंजीकरण करें और हर जीवन को महत्वपूर्ण बनाएं।"

शुभमन गिल: "जीवन का कप्तान बनें। जैसे एक कप्तान टीम को जीत की ओर ले जाता है, वैसे ही आप अंगदान करके किसी को जीवन दे सकते हैं।"

श्रेयस अय्यर: "एक दाता आठ जिंदगियां बचा सकता है। आज संकल्प लें और मानवता के लिए छक्का मारें।"

केएल राहुल: "अपने अंगों को दान करने का निर्णय किसी के जीवन का निर्णायक क्षण हो सकता है। मैदान के बाहर भी हीरो बनें।"

इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर ने भी इस पहल की सराहना की और अपने समर्थन की बात कही। टॉस के दौरान, दोनों कप्तान—रोहित शर्मा और जोस बटलर—दो अंग प्रत्यारोपण प्राप्तकर्ता, गुंजन उमंग दानी (फेफड़ा प्रत्यारोपण) और दीप्ति विमल शाह (किडनी प्रत्यारोपण), के साथ उपस्थित थे। इन व्यक्तियों की उपस्थिति ने दर्शकों को अंगदान के जीवन-रक्षक प्रभाव को समझने में मदद की।

इस अभियान को इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी, केडी हॉस्पिटल, और गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन का समर्थन प्राप्त था। स्टेडियम में 1,000 से अधिक स्वयंसेवकों को तैनात किया गया था, जो दर्शकों को अंगदान के लिए पंजीकरण करने में सहायता कर रहे थे। एक क्यूआर कोड प्रदान किया गया था, जिसे स्कैन करके लोग आसानी से संकल्प ले सकते थे।

इस पहल का प्रभाव अभूतपूर्व था। 30,000 से अधिक लोगों ने एक ही दिन में अंगदान का संकल्प लिया, जो भारत में अंगदान जागरूकता के लिए एक नया कीर्तिमान था। स्टेडियम में मौजूद प्रशंसकों ने उत्साहपूर्वक इस अभियान में भाग लिया, और सोशल मीडिया पर #DonateOrgansSaveLives ट्रेंड करने लगा।

यह अभियान क्रिकेट जैसे लोकप्रिय खेल को सामाजिक बदलाव के मंच के रूप में उपयोग करने का एक शानदार उदाहरण था। नरेंद्र मोदी स्टेडियम, जो दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम है, इस संदेश को लाखों लोगों तक पहुँचाने का एक प्रभावी मंच साबित हुआ। खिलाड़ियों की अपील और प्रत्यारोपण प्राप्तकर्ताओं की कहानियों ने दर्शकों को भावनात्मक रूप से जोड़ा और उन्हें इस नेक कार्य के लिए प्रेरित किया।