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श्रद्धा सुमन

जिंदगी से तो सभी प्यार किया करते हैं, हम तो, ‘देहान्त के पश्चात् भी अपनी देह या देह के अवयव मानवता की भलाई हेतु अर्पित करेंगें।ऐसे ही उद्गारों से ओत-प्रोत, सर्वस्व समर्पित करने वाले -देह/देह के अवयव दान करने वाले देह-दानियों को’,‘दधीचि देह दान समितिपरिवार अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करता है।...............

देहदानी - श्री दीपक कुमार

श्री दीपक कुमार निवासी फेस-3, सुशान्त लोक, गुड़गांव, का देहान्त 48 वर्ष की आयु में 07.09.2014 को हुआ था। धर्मपत्नी श्रीमती कोमल जी ने इनकी माता जी की प्रेरणा से एवं समस्त परिवार जनों की सर्वसम्मति से ‘दधीचि देह दान समिति’ से सम्पर्क किया। समिति द्वारा इनके नेत्र-‘श्रौफ अस्पताल’ में एवं देह-‘हमदर्द कालेज’ को शोध हेतु प्रदान की गयी।
दीपक जी हार्डवेयर व्यापारी और बेहद खुशमिज़ाज इंसान थे। मृत्यु की परिकल्पना मात्र 48 बरस में अकल्पनीय लगती है। परन्तु हमेशा दिल में परोपकार की भावना रखने वाले दीपक जी अक्सर कहा करते थे कि ‘ मैं स्वयं तो शुगर का मरीज हूं इसलिए सम्भवतः मेरी किडनी इत्यादि मरणोपरान्त भले ही काम न आए परन्तु यह देह काम आ सके किसी के यही कामना है।’ आपको सादर नमन...........

देहदानी - श्री विश्वामित्र महाजन

 श्री विश्वामित्र महाजन, निवासी गीता कालोनी, दिल्ली। जिनका निधन 86 वर्ष की आयु में 08.09.2014 को हुआ। इनकी पुत्री श्रीमती िसंधु महाजन के द्वारा इनके नेत्र-‘गुरू नानक आई सैण्टर’ में एवं देह-‘मौलाना अब्दुल कलाम मेडिकल कालेज’ को मेडिकल छात्रों के शोध हेतु प्रदान की गईं।
आपका जन्म 1.09.1988 को पंजाब प्रान्त के जिला गुरदासपुर, ग्राम डोरांगला में हुआ था। देषभक्ति की भावना से ओतप्रोत विष्वामित्र जी संघ के प्रचारक भी रहे और कुछ समय के लिए आपने सेना में भी नौकरी भी की। इसके पश्चात आपने अध्ययन का क्षेत्र चुन लिया।
विष्वामित्र जी ने केन्द्रीय महाजन मित्रमण्डल, हंसराज स्मारक सोसायटी एवं महाजन को-आपरेटिव सोसायटी जैसी संस्थाओं की स्थापना की। आप आर0 डब्ल्यू0 ए0 के प्रेसीडेण्ट भी रहे तथा बनवासी कल्याण आश्रम एवं हिन्दू शिक्षा समिति से भी सक्रिय रुप से जुड़े रहे। जीवन की इस सान्ध्य बेला में भी आप सतत सक्रिय रहे ओैर विगत एक वर्श से महाजन मित्र मासिक पत्रिका का संपादन भी कर रहे थे। आपके 5 पुत्रियां हैं। आपको विनम्र श्रद्धांजलि.........

नेत्रदानी - श्रीमती संतोश पुरी

इसी श्रृंखला में एक और नेत्रदानी हैं-भूतपूर्व निगम पार्षद स्व. श्री शिवदास पुरी जी (जिनके नाम से मोती नगर में ही शिवदास पुरी मार्ग भी है)  की धर्मपत्नी श्रीमती संतोश पुरी जी, निवासी मोती नगर, नई दिल्ली। जिनका निधन 72 वर्ष की आयु में 25.09.2014 को हुआ।
इनके नेत्र इनके पुत्र चन्द्रषेखर पुरी द्वारा, जो न्यू मोती नगर स्थित सनातन धर्म मन्दिर, पुरी मन्दिर के प्रधान भी हैं, ‘गुरू नानक आई सैण्टर’ को प्रदान किए गए। आपको शत-शत नमन......