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श्रद्धा सुमन

श्री मनोज चौधरी
56 वर्षीय श्री मनोज चौधरी का 1 सितंबर 2018 को निधन हो गया। वे शालीमार बाग में रहते थे। उनके निकट संबंधियों ने मरणोपरांत उनके नेत्र गुरू नानक आई बैंक में दान किए। उनके इस दान से 4 से 6 व्यक्तियों को आंखो की रौशनी मिल सकती है। इस पुनीत कार्य के लिए परिवार जनों का साधुवाद। दिवंगत आत्मा को हमारी विनम्र श्रद्धांजलि।

श्री पूरन चंद्र जोशी

द्वारका निवासी श्री पूरन चंद्र जोशी का 97 वर्ष की आयु में 4 सितंबर 2018 की स्वर्गवास हो गया। उनके बेटे ने उनकी इच्छा का सम्मान करते हुए उनका शरीर आर्मी मेडिकल काॅलेज को चिकित्सा शास्त्र की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों को दान में दिया। उनकी आंखे राजेंद्र प्रसाद आई सेंटर (एम्स) की टीम द्वारा ससम्मान दान में ली गई। उनके बेटे ने आदरपूर्ण अपने शब्दों में अपने पिताजी को इस प्रकार याद किया-

He was born at Almora ( Uttarakhand) in a family of devout Brahmins, which had great inclination towards the culture and customs of the society. Since his mother died when he was toddler, the upbringing was done solely by his father, who, apart from being Deputy Inspector in Education Deptt, was also well knowledgeable about Vedic Traditions as well as Astrology. My father did his initial studies at Almora and Ajmer. After his Post Graduation from Allahabad University, he joined Education Deptt in UP, and he retired as Principal in 1982.

His interest in art and culture drew him to various concerts, museums, art galleries and libraries he retired as Principal in 1982. During this period, he started writing for Kumaoni magazines, like Dudh boli and Prahru. His articles were greatly appreciated in Kumaoni Society circle. He also wrote a book called ‘Pooja Ki Pothi”, explaining, in Hindi alongwith with Mantras, explaining the method for various Poojas conducted, It was published by Vanni Prakashan in 2002.

For last few months, he was very eager to donate his body after death for medical research.

Our family is very much thankful to Dadhichi Organization, for arranging everything in a very efficient manner in this regard .

सम्पर्क सूत्र- पुत्र श्री वी. पी. जोशी , 9910436159

श्री चमन लाल सनन
88 वर्षीय श्री चमन लाल सनन ने 16 सिंतबर 2018 को अपनी देहलीला समाप्त की। वे अशोक नगर, तिलक नगर में रहते थे। उनके परिवार जनों ने मानवता की सेवार्थ, उनके नेत्र आर.पी.सेंटर (एम्स) में दान कर दिए। इस महादान के क्रियान्वयन के लिए परिवार जनों का साधुवाद। ईश्वर दिवंगत आत्मा की शांति प्रदान करें।

संपर्क सूत्र- पुत्र श्री दीपक सनन- 9810729373

श्रीमति कमलादेवी कपूर

95 वर्षीया श्रीमति कमलादेवी कपूर का शरीर 17 सितंबर 2018 को शांत हो गया। वे डी.एल.एफ. गुड़गाँव में रहती थीं। इनकी पौत्र वधू ने भावुक होकर उनके बारे में चर्चा की। अपने बेटे बहू की आकस्मिक मृत्यु के बाद पोते के परिवार के साथ मजबूत सहारा बन कर खड़ी हो गई। सिलाई-कढ़ाई-किरोशिया, किचन, परिवार के रिश्तों की गर्माहट, सामाजिकता का व्यवहरिक पक्ष न जाने और कितना वे अपनी आगे आने वाली कई पीढ़ियो के लिए विरासत के रूप में छोड़ गई हैं। परिवार से भी उन्हें उतना ही मान सम्मान मिला। देहदान के विषय को अच्छी तरह समझा। अपनी बेटी को समझाया और संकल्प पत्र भरा। बार-बार अपना संकल्प दोहराना नहीं भूलती थी। परिवार जनों के लिए दधीचि परिवार का साधुवाद जो उन्होंने उनकी इच्छा का सम्मान करते हुए उनका मृत शरीर ई.एस.आई मेडिकल कालेज, फरीदाबाद में पढ़ाई करने वाले चिकित्सा छात्रों के उपयोग के लिए दान में दिया। ईश्वर दिवंगत आत्मा की अपने चरणो में स्थान दें।

संपर्क सूत्र- पौत्र श्री संदीप कपूर- 9810079970

श्रीमति राजकुमारी ग्रोवर

श्रीमति राजकुमारी ग्रोवर 23 सिंतबर 2018 को 92 वर्ष की आयु में परलोक सिधार गईं। वे मालीब टाऊन गुड़गाँव में रहती थीं। उनके पुत्र ने बताया कि वे छोटी आयु में ही विधवा हो गई थीं। पाँच छोटे बच्चों को अपना जीवन जीने योग्य बनाया व भरा पूरा संपन्न परिवार छोड़ गई। उनके परिवार जनों ने उनके देह दान का निर्णय लेकर एम्स में चिकित्सा शास्त्र की पढ़ाई करने वाले विधार्थियों को एक अमूल्य उपहार दिया है। ऐसे प्रेरणास्पद कार्य के लिए परिवार का साधुवाद। दिवंगत आत्मा को हमारा शत-शत नमन।

संपर्क सूत्र- पौत्र श्री दिलीप ग्रोवर- 9810298401

श्री नरेश भाटिया

52 वर्ष की आयु में श्री नरेश भाटिया की देहलीला समाप्त हो गई। वे उत्तम नगर में रहते थे। सामुहिक कार्यक्रम में इन्होंने नेत्र दान के संकल्प पत्र पर हस्ताक्षर किए थे। इनकी भाभी ने बताया कि दुख की इस घड़ी में स्व. नरेश की पत्नी ने उनके संकल्प की याद दिलाई जिस कारण 25 सितंबर 2018 को मरणोपंरात इनके नेत्र गुरू नानक आई सेंटर में दान किए गए। समाज में मानवता की सेवा के लिए किए गए इस प्रेरक कार्य के लिए परिवार जनों का साधुवाद । दिवंगत आत्मा के लिए दधीचि परिवार सादर श्रद्धा सुमन अर्पित करता है।

संपर्क सूत्र- भाभी श्रीमति सरिता भाटिया- 9810009863

श्रीमति अंजुबाला
25 सितंबर 2018को श्रीमति अंजुबाला का निधन हो गया। वे साई वृद्ध आश्रम, निहाल रोड, पश्चिम विहार में रहती थीं। चिकित्सा शास्त्र की पढ़ाई कर रहे विधार्थियों के उपयोग के लिए उनका मृत शरीर वर्धमान महावीर मेडिकल कालेज को दान में दिया गया। मरने के बाद भी जिनके शरीर का सदुपयोग हो गया ऐसी दिवंगत आत्मा के लिए हमारा शत शत नमन्। इनकी त्वचा व आंखों को भी दान हुआ। आश्रम के प्रबंधक श्री तारकेश्वर सिंह का हम अभिवादन करते है।

संपर्क सूत्र- श्री तारकेश्वर सिंह, प्रबंधक - 9268525148

श्री हंसराज दुआ
85 वर्ष की आयु में श्री हंसराज दुआ का परलोक गमन हुआ। वे सिद्धार्थ एक्सटेंशन में रहते थे। उनके निकट संबंधियों ने नेत्र दान का निर्णय लेकर समाज में एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है। परिवार का अभिवादन। मरणोपरांत 5 अक्टूबर 2018 को राजेंद्र प्रसाद आई सेंटर की टीम द्वारा ससम्मान उनके नेत्र दान में लिए गए। हम दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं

श्रीमति सोनिया गुप्ता

श्रीमति सोनिया गुप्ता 49 वर्ष की अल्पायु में ही 13 अक्टूबर 2018 को परलोकगामी हो गई। वे टोडरमल लेन क्नाॅट प्लेस में रहती थी। उनके पति से हुई बातचीत में पता चला कि वे एक धार्मिक प्रवृति की महिला थी। गरीबो की मदद के लिए हरदम तत्पर रहती थी। भंडारे की व्यवस्थाओं में इनका सक्रिय योगदान रहता था। मानवता की सेवा के लिए किए गए उनके संकल्प को क्रियान्वित करने के लिए परिवार जनों का साधुवाद । दिवंगत आत्मा के लिए दधीचि परिवार परिवार का शत शत नमन।

संपर्क सुत्र- पति श्री यशराज गुप्ता - 9899871063

श्रीमति सुमित्रा गर्ग

श्रीमति सुमित्रा गर्ग 14 अक्टूबर 2018 को 81 वर्ष की आयु में परलोकवासी हो गईं व त्रिनगर में रहती थी। उनके पुत्र से बात होने पर पता चला कि वे राधास्वामी सत्संग में नियमित जाती थीं और वहीं से प्रेरणा लेकर उन्होेने देहदान का संकल्प लिया था। धार्मिक व सामाजिक गतिविधियों में उनकी सक्रिय सहभागिता रहती थी। मरणोपरांत इस अमूल्य दान को संपन्न कराने के लिए परिवार ने ही आपस में एक दूसरे की सहमति बनाई। लेडी हार्डिगं मेडिकल काॅलेज के छात्रों की पढ़ाई के लिए सुमित्रा गर्ग का मृत शरीर दान में दिया गया। इस प्रेरद सेवा कार्य के लिए परिवार जनों का साधुवाद। दिवंगत आत्मा की शांति के लिए हम प्रार्थना करते हैं।

संपर्क सूत्र- श्री नरेश गर्ग- 9310069690

श्रीमति चंद्रकला जैन

75 वर्ष की आयु में श्रीमति चंद्रकला जैन पंचतत्व में लीन हो गई। वे राना प्रताप बाग में रहती थीं। अपने जीवन काल में उन्होने जैन धर्म के नियमों का श्रद्धा से पालन किया। उनके पुत्र ने उन्हें याद करते हुए भावुक हो कर कहा कि उनके जाने के बाद हमें अधिक अहसास हो रहा है कि हमारी माँ एक असाधारण महिला थी। पर्यावरण संरक्षण के प्रति उनकी सजगता जीवन में रची बसी हुई थी। जल की एक बूंद और अन्न का एक कण भी वो बरबाद नहीं करने देती थीं मुट्ठी भर कर घर से चलना व रास्ते में बांटते जाना यह उनके स्वभाव में था। जीवन भर जैसे वे दान पुण्य के कार्य में लगी रही वैसे ही मरणोपरांत भी नेत्र दान करके उन्होंने अपनी मृत्यु भी सार्थक कर दी। गुरू नानक आई सेंटर की टीम द्वारा 22 अक्टूबर 2018 को उनके नेत्र ससम्मान दान में लिए गए। मानवता की संकर्थ किए गए इस पुण्य कार्य के लिए परिवार जनों का अभिवादन । ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने चरणों में स्थान दें।

संपर्क सूत्र- पुत्र श्री संजय जैन - 9313758686

श्री ज्ञान चंद वर्मा

86 वर्षीय श्री ज्ञान चंद वर्मा 24 अक्टूबर 2018 को परलोकवासी हो गए। वे गुरूग्राम में रहते थे। उन्होंने सादगी व शांति से अपना जीवन बिताया। उनके पुत्र ने बताया कि उनके साथ काम करने वाले उनके सभी सहकर्मी शालीन स्वभाव व कत्र्तव्य के प्रति सजगता की तारीफ करते हैं। देहदान करने का उनका स्वयं का संकल्प था। परिवार जनों ने उनके इस संकल्प का सम्मान करने हुए मरणोपंरात उनका शरीर एम्स के न्यूरो विभाग में दान कर दिया। शोधार्थियों के लिए यह एक अमूल्य दान है।इस प्ररेणा कार्य के लिए परिवार का अभिवादन । दिवंगत आत्मा की शांति के लिए दधीचि परिवार की ईश्वर से सविनय प्रार्थना।

संपर्क सूत्र- पुत्र श्री विकास -9268202221

Sh. Madan Lal Khurana Ji

On 27th October India has lost a Tallest Leader. Former Chief Minister of Delhi Sh. Madan Lal Khurana Ji.

Throughout his life he worked and lived for the people of Delhi. Even after Death he donated his eyes for the cause of humanity through Dadhichi Deh Dan Samiti.

May god bless his soul to rest in peace.