Home
Print
Next

गतिविधियाँ

दुनिया के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने किया, दधीचि देह दान समिति का अभिनंदन

दधीचि देह दान समिति का समाज में स्वीकरोक्ति का दायरा निरंतर फैलता जा रहा है। इसी के चलते 1 जुलाई 2015 को देह-अंगदान में समिति द्वारा किए जा रहे सतत् प्रयासों और विशिष्ट उपलब्धियों के लिए उसका अभिनंदन किया गया। अभिनंदन किया 15 हज़ार से भी अधिक शाखाओं वाले दुनिया के सबसे बैंक स्टेट बैंक आॅफ इण्डिया (भारतीय स्टेट बैंक, संक्षेप में एसबीआई) ने। अवसर था एसबीआई की स्थापना दिवस का, जिसे उसकी प्रत्येक बड़ी शाखा हर वर्ष 1 जुलाई को बड़ी धूमधाम से मनाती है।

दिल्ली में एसबीआई के स्थापना दिवस को संसद मार्ग स्थित प्रधान कार्यालय ने कमानी आॅडिटोरियम में मनाया गया। इस मौके पर आयोजित रंगारंग कार्यक्रम में दधीचि देह दान समिति के उपाध्यक्ष डाॅ. विशाल चड्ढा को बैंक के दिल्ली सर्कल के निवृत्तमान मुख्य महाप्रबंधक श्री पल्लव महापात्र ने, समिति की उपलब्धियों और बढ़ते कदमों के लिए, अंगवस्त्र पहना कर सम्मानित किया।

इस रूप में दधीचि देह दान समिति को मिले सम्मान और मान्यता के साक्षी बने एसबीआई के पूर्व अध्यक्ष श्री प्रतीक चैधरी, दिल्ली सर्कल (जिसमें दिल्ली, उत्तराखंड, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और हरियाणा राज्य शामिल हैं) के श्री महापात्र के स्थान पर नियुक्त मुख्य महाप्रबंधक श्री संजीव नौटियाल, महाप्रबंधक श्री एस.पी. सिंह और श्री विश्व केतन दान तथा अन्य वर्तमान एवं अवकाश प्राप्त अधिकारी। यह सभी अपने-अपने परिवार के साथ उपस्थित थे।

प्रत्यारोपण संयोजन प्रशिक्षण कार्यक्रम
राजधानी दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में 20 से 24 जुलाई 2015 तक (अंग) प्रत्यारोपण संयोजन प्रशिक्षण कार्यक्रम (ट्रांसप्लांट कोआॅर्डिनेशन ट्रेनिंग प्रोग्राम) का आयोजन किया गया। पांच दिन चले इस कार्यक्रम को नोटो ने आयोजित किया था और स्थान था अस्पताल के नोटो विभाग का प्रशिक्षण कक्ष। कार्यक्रम में मोहन फाउंडेशन की भी भागीदारी रही।

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सभी प्रकार के अंग दान कैसे किए जाते हैं, मस्तिष्क मृत्यु क्या है और इस स्थिति में कौन-कौन से अंग दान होते हैं, देह-अंग दान के कानूनी पक्षों, अंग प्रत्यारोपण संयोजकों की भागीदारी आदि विषयों पर दिन-ब-दिन विस्तृत चर्चा की गई।

कार्यक्रम के एक सत्र में दधीचि देह दान समिति की ओर से 22 जुलाई के सत्र में श्री महेश ने न केवल विचार रखे, बल्कि समिति की कार्य प्रणाली, अस्तित्व में आने के बाद से समिति द्वारा अब तक करवाए गए देह-अंग दान इत्यादि के बारे में प्रत्यारोपण संयोजकों को विस्तार से बताया। उन्होंने यह भी खुलासा किया कि देह-अंग दान की प्रक्रिया में किस तरह की समस्याएं आती हैं तथा सरकारी तंत्र और दानी परिवार की मानसिकता पर विस्तार से चर्चा की। नोटो के निदेशक डाॅ. सौदान सिंह, सर गंगाराम अस्पताल के डिपार्टमेन्ट आॅफ रेनल ट्रांसप्लांट सर्जरी के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ ट्रांसप्लांट सर्जन डा.ॅ हर्ष जौहरी, मोहन फाउंडेशन की सुश्री पल्लवी भी इस सत्र में उपस्थित थे।

फरीदाबाद में दधीचि देहदान समिति की पहली बैठक, लोगों की जागरूकता और सहमति का नतीजा
पच्चीस जुलाई, 2015 को, फरीदाबाद के सेक्टर 29 में देहदान व अंगदान विषय पर एक बैठक बुलाई गई। बैठक, दधीचि देहदान समिति की फरीदाबाद शाखा के संयोजक श्री राजीव गोयल ने बुलाई थी। बैठक का आयोजन श्री राजीव के निवास पर था। श्री राजीव इस समिति से पिछले दो वर्ष से जुड़े हुए हैं। सेक्टर 29 के आस-पास सक्रिय प्रमुख स्वयंसेवी संस्थाओं, आरडब्ल्यूए और व्यक्तिगत सम्पर्क सूत्रों से श्री राजीव समिति के कार्यकलापों की निरंतर चर्चा करते रहे हैं। फलस्वरूप देह-अंगदान विषय पर अधिकांश लोगों की जागरूकता और सहमति का नतीजा थी 25 जुलाई की बैठक।

बैठक में आरडब्ल्यूए, सेक्टर 29 के अध्यक्ष श्री पी.एल. दुआ, 28,29,30,31 सेक्टरों के वैश्य समाज के सचिव श्री वी. आर. सिंगला ने देहदान पर फरीदाबाद के समाज को जागरूक करने के लिए अपनी सक्रिय भागीदारी की इच्छा जताई। इसी सेक्टर के आरडब्ल्यूए के पूर्व प्रधान श्री राजेन्द्र सिंह और सचिव श्री सुबोध नागपाल भी बैठक में उपस्थित थे। पंजाबी महाशक्ति मंच के राष्ट्रीय संयोजक श्री हरीश चन्दर आज़ाद ने रुचि लेकर देह-अंगदान विषय की पूरी जानकारी ली।

बैठक का सार्थक पक्ष यह रहा कि डाॅ. सुबोध नागपाल ने भरोसा दिया कि जन-साधारण को देह-अंगदान पर जागरूक करने के लिए वह आरडब्ल्यूए के सूचना पत्र पर समय-समय पर चार पंक्तियां छापेंगे। श्री सिंगला ने आरडब्ल्यूए की टेलीफोन डायरेक्ट्री में और श्री आज़ाद ने पंजाबी महाशक्ति मंच की पत्रिका में समिति की अपील के लिए एक-एक पृष्ठ आबंटित कर दिया। श्री आजाद ने सक्रिय रूप से समिति का कार्य करने का आश्वासन भी दिया।

इस पहली बैठक में प्रमुख नागरिकों की उपस्थिति से उत्साहित होकर श्री राजीव गोयल ने 8 अगस्त को दूसरी बैठक का आयोजन किया, जिसमें कार्यकारिणी के सदस्य श्रीमती मंजू प्रभा व श्री दीपक गोयल भी उपस्थित थे।

इसी बीच श्री राजीव गोयल के सम्पर्क में ईएसआई अस्पताल, फरीदाबाद के एनाॅटाॅमी विभाग की डाॅ. सारिका व डाॅ. पांडे आए। फरीदाबाद के सेक्टर 3 में स्थित इस अस्पताल का इसी सत्र से ईएसआई मेडिकल काॅलेज शुरू हो रहा है। डाॅ. सारिका ने मेडिकल काॅलेज को, मेडिकल के छात्र-छात्राओं की पढ़ाई के लिए समिति के माध्यम से केडेवर उपलब्ध कराने की बात रखी। इस पूरे वार्तालाप में समिति के फरीदाबाद संयोजक ने सर्वप्रथम प्राप्त होने वाले केडेवर को मेडिकल काॅलेज को उपलब्ध कराने का लिखित आश्वासन भी दिया।

श्री गोयल के प्रयासों में फरीदाबाद की सामाजिक-धार्मिक संस्थाओं व आरडब्ल्यूए के बीच में नेटवर्किंग का कार्य भी चल रहा है।

देह-अंगदान पर माॅडल टाउन में बैठक, बढ़ रही है उत्सुकता

ब्रदरहुड सोसाइटी एंड मैनेजमेन्ट के अध्यक्ष श्री एएसएच हरी किशन ने रविवार 12 जुलाई को एक बैठक आयोजित की। दिल्ली के माॅडल टाउन में हुई इस बैठक का उद्देश्य देह दान, अंग दान और नेत्र दान के बारे में लोगों में जागरूकता लाना था। इस अवसर पर डाॅ. कीर्ति वर्धन साहनी ने अपने सूचनापूर्ण भाषण में, बैठक में शामिल लगभग सभी 50 लोगों के उत्सुकता भरे सवालों का न केवल जवाब दिया बल्कि उन्हें संतुष्ट भी किया। बैठक में भाग लेने वाले सभी लोगों को देहदान, अंगदान और नेत्रदान संबंधी लिखित सामग्री उपलब्ध कराई गई तथा दान के लिए भरने हेतु फाॅर्म दिए गए। सभी देहदान समिति की मदद से होने वाले भावी कार्यक्रम में शामिल होने के लिए लालायित भी दिखे। इस बैठक में समिति की ओर से श्री सुधीर कालरा और श्री राजेश जैन ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।

...

भारी बारिश भी न रोक सकी
दक्षिण दिल्ली के मस्जिद मोठ इलाके में स्थित आर्य समाज मंदिर में 8 अगस्त को आर्य समाज का वार्षिक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर श्रीमती वीणा ठाकुर और श्री कमल खुराना ने दधीचि देहदान समिति का प्रतिनित्व किया। उस दिन यद्यपि भारी बारिश हो रही थी, फिर भी बड़ी तादाद में लोग कार्यक्रम में शामिल हुए। दधीचि देह दान समिति के कार्यों और अबाध गति से बढ़ते उसके कदमों की जानकारी देने वाले श्रीमती वीणा ठाकुर और श्री कमल खुराना के भाषण को लोगों ने पूरी रुचि से सुना। कार्यक्रम में डेढ़ सौ लोगों ने उपस्थिति दर्ज कराई। सौ ज़्यादा लोगों को दधीचि देहदान समिति के देह-अंगदान संबंधी फाॅर्म और प्रकाशित सामग्री वितरित की गई।

देहदान समिति (गाज़ियाबाद) ने 60 फाॅर्म भरवाए
दधीचित देह दान समिति की गाज़ियाबाद शाखा की टीम ने, 25 जुलाई, 2015 को दिल्ली के यमुना स्पोटर््स काॅम्पलेक्य में समिति का एक स्टाॅल लगाया। मौका था भारतीय योग संस्थान द्वारा आयोजित एक गोष्ठी का। समिति की टीम में श्री अविनाश, डाॅ. विशाल चड्ढा, श्री राकेश, श्री गुलशन, श्री अमित इत्यादि शामिल थे।

योग पर चर्चा के लिए आयोजित इस गोष्ठी में लगभग 1800 महिलाओं और पुरुषों ने भाग लिया और अधिकांश् की रुचि दधीचि देह दान समिति के कार्यों को जानने में थी। वह जानना चाहते थे कि देह दान कैसे और कब किया जाता है? इसमें धार्मिक मान्यताएं तो आड़े नहीं आतीं? कौन व्यक्ति देह दान कर सकते हैं? देह दान के लाभ क्या हैं? देह दान और अंग दान क्या एक ही श्रेणी में आते हैं? देह-अंग दान के लिए क्या प्रक्रिया है?

स्मिति के सदस्यों ने सभी की शंकाओं का समाधान किया, सभी के प्रश्नों का जवाब देकर उन्हें संतुष्ट किया। साथ ही उन सभी के बीच 600 से ज़्यादा समिति के ब्रोशर्स वितरित किए। लगभग 60 लोगों ने देह-अंग दान पंजीकरण के लिए फाॅर्म भी भर कर दिए।
रिपोर्ट: अविनाश वर्मा