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हमारे कार्य के दायरे का विस्तार

पश्चिमी उत्तर प्रदेश में समिति के साथ लगातार जुड़ रहे हैं लोग

वर्ष 2015 के अक्तूबर में माननीय प्रधान मंत्री जी ने देश भर में अंगों के अभाव से लगभग 5 लाख लोगों के, जीवन से हाथ धोने की पीड़ा व्यक्त की थी और बताया था कि देश भर में प्रतिवर्ष कितने लोगों को किडनी,लीवर,हृदय और आंखों की जरूरत होती है, पर इन अंगों की उपलब्धता न के बराबर होने के कारण बहुत ही कम लोगों को अंग मिल पाते हैं। उनकी ये चिंता जायज है और यही चिंता दधीचि देह दान समिति की भी। हम लगातार प्रयास कर रहे हैं कि लोगों में अंगदान और देहदान को लेकर जागरूकता फैले। इसके लिए लगातार समिति के कार्य का विस्तार हो रहा है।

दधीचि देह दान समिति अब तक अपना काम देश की राजधानी के इलाकों में ही कर रहा था, लेकिन पहली बार हमने नवंवर, 2014 में राजधानी के आस-पास के क्षेत्रों में अपने कदम बढाए और उस समय तक का सबसे बड़ा और प्रभावी कार्यक्रम साहिबाबाद के मेबाड़ यूनिवर्सिटी कर लोगों को देहदान और अंगदान के प्रति जागरूक किया। इससे इस क्षेत्र में देहदान और अंगदान को लेकर संभावनाओं के द्वार खुल गए । इस क्रम में गाजियाबाद इकाई का गठन कर वर्ष 2014 मे गाजियाबाद और नोएडा क्षेत्र में गतिविधियां बढाने का काम शुरु हुआ और उसके परिणाम भी शीघ्र दिखने लगे । इस दौर में समिति भी अपने शैशव को छोड़कर दृढता से अपने कदम आगे बढाने को आतुर थी। तभी 'भारत विकास परिषद' हमें सहयोग करने के लिए आगे आया।

परिषद ने भी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में दधीचि देह दान समिति के सहयोग से एक सेवा प्रकल्प चलाने का निश्चय किया। राष्ट्रपति भवन और विज्ञान भवन के कार्यक्रमों ने एक नया आयाम दिया और साथ जुड़े लोगों में ऊर्जा का संचार किया।

परिषद और समिति ने मिल कर इस कार्य को पश्चिम उत्तर प्रदेश में और विस्तार देने के उद्देश्य से 19 जुलाई 2019 को मेरठ के लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज के प्रिंसीपल से औपचारिक भेट कर देहदान और अंगदान हेतु उनसे सहयोग और सुझाव मांगे। इसी क्रम में हमने राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान, ग्रेटर नोएडा के निदेशक महोदय से भी औपचारिक भेंट की। अपनी बात रखी और उनसे सहयोग का निवेदन किया। मुलाकात के इन दोनों अवसर पर

समिति के महासचिव श्री कमल खुराना जी के साथ श्री अविनाश वर्मा जी(संयोजक-गाजियाबाद क्षेत्र) और राकेश अग्रवाल साथ रहे । मुलाकात के दौरान श्री आनंद जी द्वारा लिखित और माननीय राष्ट्रपति महोदय की गरिमामयी उपस्थिति में लोकार्पित पुस्तक 'आर्गन डोनेशन' उनको सप्रेम भेंट की गई। समिति ने परिषद के सहयोग से इस दिशा में जन जागरण अभियान चलाने का निश्चय किया है और इस अभियान के अन्तर्गत हम लोगों ने हापुड,मोदी नगर, सिकंदराबाद, और बुलन्दशहर के इलाकों में लगभग 10 से अधिक जन सम्पर्क का कार्यक्रम किया और बैठकें आयोजित कर देहदान और अंगदान से जुड़ी जानकारियों को लोगों तक पहुंचाया। इसका एक प्रत्यक्ष लाभ तो ये हुआ कि लगभग दो हजार से अधिक बन्धुओं ने न केवल देहदान और अंदान की महत्ता को आत्मसात किया, बल्कि उन सेसंकल्प पत्र भी भरवाए गए ।

कोविड-19 के रूप में जो भयंकर संकट हमारे सामने था, उसमें लगभग सभी गतिविधियो में एक ब्रेक-सा लग गया था, किन्तु कार्यकर्ताओं का आपसी सजीव संवाद और परस्पर सहयोग बना रहा, जिससे जैसे ही कोविड का कुछ प्रकोप कम होना शुरू हुआ बुलंदशहर जिले में * 'देहदानियो के उत्सव' की अकुलाहट प्रगट होने लगी। कार्यकर्ताओं के उत्साह को सकारात्मक बनाए रखने के लिए 14 अगस्त, 2021 की शाम 4:00 बजे प्रमुख कार्यकर्ताओं की एक बैठक सिकन्दरा बाद के डॉ. नरेश शर्मा, एमडी के यशराज अस्पताल में श्री आलोक कुमार जी (संरक्षक) और कमल खुराना जी के साथ रखी गई। बैठक में आलोक जी ने दधीचि देहदान समिति की पिछले 24 बर्षो की गतिविधियों और उपलब्धियों का एक चित्र खींचते हुए बुलन्दशहर जिले मे भविष्य के कार्यक्रम के लिए उम्मीदों का एक चित्र खींचा और बताया कि इस देहदान -अंगदान की यात्रा में हमने कोई भी अवसर गंवाया नही है। उन्होंने वहां उपस्थित सज्जनों के सामने एक प्रश्न भी रखा कि क्या हम सब इसी तरह हर दिन, हर सप्ताह और वर्ष भर इसी लगन से देहदान और अंगदान इस संकल्प यात्रा के साथ खड़े रह सकते हैं। जाहिर है, वहां मौजूद हर एक महानुभावों के चेहरे पर स्वीकार का भाव था।

इसी कड़ी में आगामी 12 सितंबर को बुलंदशहर जिले में पहला 'देहदानियो का उत्सव' कैसे किया जाय, इसकी रूपरेखा बनी। यहां यह बात ध्यान देने योग्य है कि उस समय तक लगभग 64 बन्धुओं के संकल्प पत्र आ चुके थे और हमने 100 बन्धुओं के संकल्प के लिए कार्यक्रम की योजना बनाई और समय 30 अगस्त तक का रखा। एक सितंबर तक 94 बन्धुओं के संकल्प पत्र आ गए थे और 12 सितंबर के कार्यक्रम में भी 17 बन्धुओं ने देहदान-अंगदान की इच्छा व्यक्त की।

बुलंदशहर जिले की भारत विकास परिषद की इकाई और राष्ट्र चेतना मिशन ने मिलकर 12 सितंबर को सांयकाल 4 बजे जिले के देहदानियोँ के उत्सव की योजना बनाई, जिसमें उन्होंने दधीचि देहदान समिति के सपनों को और विस्तार देने के लिए समिति को भी आमंत्रित किया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि तथा मुख्य वक्ता समिति के अध्यक्ष, श्रीमान हर्ष मल्होत्रा जी रहे। उनके साथ समिति की ओर से गाजियाबाद,नोएडा क्षेत्र के संयोजक, अविनाश जी तथा परिषद के अंगदान-देहदान के प्रकल्प के पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रांतीय अध्यक्ष, राकेश जी भी उपस्थित रहे। इस उत्सव में 94 लोगों ने अपने संकल्प की प्रक्रिया पूरी की और 8 नए लोगों ने संकल्प पत्र भरे।

बुलंदशहर के प्रख्यात धर्म मनीषी, आचार्य मंजीत धर्मध्वज जी ने देहदान को लेकर धार्मिक पक्ष रखा तथा लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के एनाटोमी विभाग की भूतपूर्व प्रोफेसर, डॉक्टर सोहिंदर कौर ने पीपीटी के माध्यम से देहदान तथा उसके बाद की प्रक्रिया को बड़े सरल ढंग से समझाया। अंत में समिति के अध्यक्ष, श्रीमान हर्ष मल्होत्रा जी ने बहुत ही सुंदर ढंग से देहदान-अंगदान का विषय रखा तथा समिति के बारे में भी लोगों को जानकारी दी। इस अवसर पर जिले के प्रथम दधीची बने देहदानी श्री राम खिलौनी अग्रवाल जी, जिनका देहदान इसी वर्ष 6 फरवरी को राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान ग्रेटर नोएडा में सम्पन्न हुआ था, के परिवार से उनकी बेटी और दामाद को सम्मानित किया गया । उनके परिवार के अनुभवों ने वहां उपस्थित सभी बन्धुओं को प्रेरित किया ।

इस कार्यक्रम की अध्यक्षता परिषद की जिला इकाई के अध्यक्ष, श्री दीपू गर्ग ने की थी।

आईएमए के जिला अध्यक्ष, डॉक्टर वीरेंद्र कुमार; वरिष्ठ नेत्र सर्जन डॉक्टर अखिलेश अग्रवाल तथा राष्ट्र चेतना मिशन के अध्यक्ष, श्री हेमंत सिंह भी मंच पर रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर संदीप गर्ग जी ने किया तथा धन्यवाद प्रस्ताव श्री राजीव गर्ग ने रखा। इस तरह के कार्यक्रमों से अब दधीचि देहदान समिति की बुलंदशहर में अपनी एक क्षेत्रीय टोली बन गई है, जो लगातार अपने लक्ष्य की दिशा में काम कर रही है।

पंजाब में भी समिति से जुड़ रहे हैं लोग

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के जालंधर (पंजाब) क्षेत्र के सभापति ठाकुर बलवंत सिंह, श्री कुलदीप भगत, अध्यक्ष जी और उनकी कार्यकारिणी के जाने माने सदस्यों से हुई बातचीच में देह दान का कार्य करने की इच्छा सामने आने पर 41, दीन दयाल उपाध्याय नगर में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। 4 जून 2021 को दधीचि देह दान समिति के अखिल भारतीय महामंत्री श्री कमल खुराना और दक्षिण दिल्ली के संयोजक श्री दीपक गोयल जी नई दिल्ली से रेलगाड़ी से जालंधर गए। श्री कमल खुराना जी ने और दीपक जी ने वहां गोष्ठी में मौजूद श्री बलवंत ठाकुर, कुलदीप भगत, श्री रजिन्दर हांडा, महामंत्री, श्री सोमेश लूथरा, खजांची, श्री मनोहर लाल शर्मा, व्यापारी, डॉ एस पी ग्रोवर, सलाहकार और वहां के कुछ जाने माने लोगों से अपने विचार साझा किए। करोना काल और लॉक डाउन के बावजूद इस गोष्ठी में 13 लोगों ने भाग लिया।

चर्चा के बाद, माननीय श्री कमल खुराना जी ने वहां उपस्थित लोगों को दधीचि देहदान समिति के कार्य कलापों से अवगत करवाया गया। नेत्र दान, अंग दान और देह दान की प्रक्रिया से रुबरु होने पर, गोष्ठी में उपस्थित लोगों के कुछ प्रश्न भी किए और श्री कमल खुराना जी ने उन प्रश्नों के उत्तर भी दिए। अधिक से अधिक लोगों को दधीचि ऋषि के पद चिन्हों पर चलने के लिए प्रेरित करने का आग्रह भी किया। समाज में इस कार्य के प्रति जन जागरण करने की आवश्यकता पर बल भी दिया।